मिली खाक में मोहब्बत
जला दिल का आशियाना
मिली खाक में मोहब्बत
जला दिल का आशियाना
जो थी आज तक हकीकत
वही बन गयी फ़साना
मिली खाक में मोहब्बत
जला दिल का आशियाना
यह बहार कैसी आयी
जो खिजाँ भी साथ लाई
यह बहार कैसी आयी
जो खिजाँ भी साथ लाई
मै कहा रहु चुमन
में मेरा लुट गया ठिकाना
मिली खाक में मोहब्बत
जला दिल का आशियाना
मुझे रास्ता दिखाकर
मेरे कारवां को लुटा
मुझे रास्ता दिखाकर
मेरे कारवां को लुटा
इधर आ गले लगा लो
तुझे गर्दिशे ज़माना
मिली खाक में मोहब्बत
जला दिल का आशियाना
जो थी आज तक हकीकत
वही बन गयी फ़साना
मिली खाक में मोहब्बत