नैया मेरी चलती जाए सहारे तेरे बढ़ती जाए
ये नैया मेरी चलती जाए सहारे तेरे बढ़ती जाए
कभी तो मुझे पार लगा दे हाए रे
कभी तो मुझे पार लगा दे
जवानी मेरी ढलती जाए
ये नैया मेरी चलती जाए सहारे तेरे बढ़ती जाए
प्यार लिए दिल मे तेरा आया हूँ दिलबर
क्या ना किया तेरे लिए मैने सीतमगर
जोग लिया तेरे लिए छोड़ दिया घर
अरे जान भी दे दूँगा किसी रोज तुझी पर
क्यू मुझपे सितम करती जाए
क्यू मुझपे सितम करती जाए
कभी तो मुझे पार लगा दे
जवानी मेरी ढलती जाए
ये नैया मेरी चलती जाए सहारे तेरे बढ़ती जाए
चुप है मगर तेरी नज़र बोल रही है
झील मे लहरो की तरह डोल रही है
प्यार की तितली बन पर तोल रही है
अरे राज़ तेरा तेरी अदा खोल रही है
नैनो से जिया छलकी जाए
नैनो से जिया छलकी जाए
कभी तो मुझे पार लगा दे
जवानी मेरी ढलती जाए
ये नैया मेरी चलती जाए सहारे तेरे बढ़ती जाए
जाऊँ जिधर याद आए नज़र तेरे नज़ारे
फूल हँसे जैसे करे तू ही इशारे
संग तेरे बढ़ते चले प्यार के मारे
अरे जब है मज़ा आज मिले दोनो किनारे
ये दुनिया जले जलती जाए
ये दुनिया जले जलती जाए
कभी तो मुझे पार लगा दे
जवानी मेरी ढलती जाए