दिन है ये बहार के
फूल चुन ले प्यार के
ओ साथी ओ साथी हो
ओ साथी ओ साथी हो
दिन है ये बहार के
फूल चुन ले प्यार के
ओ साथी ओ साथी हो
ओ साथी ओ साथी हो
तेरे हस्ते होठो से
बिछड़े तेरे गीत क्यों
बरसे सावन प्यार का
तरसे तेरी प्रीत क्यों
बीत न जाये कही
प्यार का सावन युही
ओ साथी ओ साथी हो
ओ साथी ओ साथी हो
शायद कहता है तुझे
सहमा सहमा दिल तेरा
तेरी गुजरी जिंदगी
थामे ना आँचल तेरा
प्यार जो करते है वो
यु नहीं डरते है वो
ओ साथी ओ साथी हो
ओ साथी ओ साथी हो
दुल्हन बनकर ज़िन्दगी
चलती तेरे साथ है
बढ़कर बाहें थाम ले
रुकने की क्या बात है
आज क्यों है दूरियां
क्यों है ये मजबूरिया
ओ साथी ओ साथी हो
ओ साथी ओ साथी हो
होना था जो वो हो गया
साथी अब न सोच तू
कहकर मन के भेद
ये हल्का करले बोझ तू
ये ख़ामोशी तोड़ दे
ये उदासी छोड़ दे
ओ साथी ओ साथी हो
ओ साथी ओ साथी हो
दिन है ये बहार के
फूल चुन ले प्यार के
ओ साथी ओ साथी हो
ओ साथी ओ साथी हो