पूछे जो कोई मुझसे बहार कैसी होती है
पूछे जो कोई मुझसे बहार कैसी होती है
नाम तेरा ले के कह दूँ कि यार ऐसी होती है
पूछे जो कोई घटा घनघोर कैसी होती है
तेरे जैसी होती है और कैसी होती है
पूछे जो कोई मुझसे बहार कैसी होती है
ग़ुस्ताख़ी मैने कभी की नहीं मैं क् या पागल हूँ नहीं जी नहीं
वैसे तो मैने कभी पी नहीं पर मैं ऐसा बेख़बर भी नहीं
पूछे जो कोई मुझसे शराब कैसी होती है
नाम तेरा ले के कह दूँ जनाब ऐसी होती है
पूछे जो कोई मुझसे बहार कैसी होती है
नाम तेरा ले के कह दूँ कि यार ऐसी होती है
पूछे जो कोई मुझसे बहार कैसी होती है
तुझको क् यूँ आई हया क् या पता तू क्यों है मुजसे खफा क्या पता
ना जाने जन्नत क् या है क् या पता
मुझको ये बातें भला क् या पता
पूछे जो कोई मुझसे हूर कैसी होती है
नाम तेरा ले के कह दूँ हुज़ूर ऐसी होती है
पूछे जो कोई मुझसे बहार कैसी होती है
नाम तेरा ले के कह दूँ कि यार ऐसी होती है
पूछे जो कोई घटा घनघोर कैसी होती है
तेरे जैसी होती है और कैसी होती है
पूछे जो कोई मुझसे बहार कैसी होती है