सोलह सिंगार करके जो आयी सुहाग रात
आयी सुहाग रात
सोलह सिंगार करके जो आयी सुहाग रात
आयी सुहाग रात
जलवे तुम्हारे हुस्न के लायी सुहाग रात
लायी सुहाग रात
चेहरा तुम्हारा देख के हैरान हो गया
चेहरा तुम्हारा देख के हैरान हो गया
मेरा ख्याल नूर की दुनिया में खो गया
शर्मो हया के भेष में पाई सुहाग रात
शर्मो हया के भेष में पाई सुहाग रात
सोलह सिंगार करके जो आयी सुहाग रात
आयी सुहाग रात
बालों में फूल मांग में तारे भरे हुए
बालों में फूल मांग में तारे भरे हुए
होंठो के रंग जैसे गुलिश्तां खिले हुए
मेरे लिए फ़िज़ा ने सजाई सुहाग रात
मेरे लिए फ़िज़ा ने सजाई सुहाग रात
सोलह सिंगार करके जो आयी सुहाग रात
आयी सुहाग रात
ये रात ऐसी रात है आती है एक बार
ये रात ऐसी रात है आती है एक बार
जज्बात अपने प्यार के लाती है एक बार
मालिक ने हाय खुब बनायीं सुहाग रात
मालिक ने हाय खुब बनायीं सुहाग रात
सोलह सिंगार करके जो आयी सुहाग रात
आयी सुहाग रात
जलवे तुम्हारे हुस्न के लायी सुहाग रात
लायी सुहाग रात