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Teri Aankh Ka Jo Ishaara Video (MV)




Performed By: Mohammed Rafi
Length: 5:36
Written by: Ravi, Rajinder Krishnan
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Mohammed Rafi - Teri Aankh Ka Jo Ishaara Lyrics
Official




तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का

अगर फूल तेरी हसीं न चुराते
तो बेचारे बागो के दिल टूट जाते
अगर फूल तेरी हसीं न चुराते
तो बेचारे बागो के दिल टूट जाते
चमन की ये महफ़िल न आबाद होती
चमन की ये महफ़िल न आबाद होती
बहारो का ऐसा नज़ारा न होता
तेरी आँख का जो इशारा न होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का

न होते अगर गेसुओं के ये साये
कहा जाते हम चोट दिल की दबाये
न होती अगर गेसुओं के यह साये
कहा जाते हम चोट दिल की दबाये
मोहब्बत का राही भटकता ही रहता
मोहब्बत का राही भटकता ही रहता
तेरी ज़ुल्फ़ का जो सहारा न होता
तेरी आँख का जो इशारा न होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का

तेरा साथ है तो सफर है सुहाना
तेरी ही बदौलत हसीं है ज़माना
तेरा साथ है तो सफर है सुहाना
तेरी ही बदौलत हसीं है ज़माना
अगर हाथ में तेरा दामन ना आता
अगर हाथ में तेरा दामन ना आता
कही भी हमारा गुज़ारा ना होता
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का
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तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का

अगर फूल तेरी हसीं न चुराते
तो बेचारे बागो के दिल टूट जाते
अगर फूल तेरी हसीं न चुराते
तो बेचारे बागो के दिल टूट जाते
चमन की ये महफ़िल न आबाद होती
चमन की ये महफ़िल न आबाद होती
बहारो का ऐसा नज़ारा न होता
तेरी आँख का जो इशारा न होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का

न होते अगर गेसुओं के ये साये
कहा जाते हम चोट दिल की दबाये
न होती अगर गेसुओं के यह साये
कहा जाते हम चोट दिल की दबाये
मोहब्बत का राही भटकता ही रहता
मोहब्बत का राही भटकता ही रहता
तेरी ज़ुल्फ़ का जो सहारा न होता
तेरी आँख का जो इशारा न होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का

तेरा साथ है तो सफर है सुहाना
तेरी ही बदौलत हसीं है ज़माना
तेरा साथ है तो सफर है सुहाना
तेरी ही बदौलत हसीं है ज़माना
अगर हाथ में तेरा दामन ना आता
अगर हाथ में तेरा दामन ना आता
कही भी हमारा गुज़ारा ना होता
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Ravi, Rajinder Krishnan
Copyright: Lyrics © Royalty Network


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