या खुदा सोई किस्मत जगा दे
हर मुसलमान को हाजि बना दे
या खुदा सोई किस्मत जगा दे
हर मुसलमान को हाजि बना दे
गिर्द के देख सब लोग होंगे
नाम अहमद का लेले के घूमे
बक्ष देना तू सबकी ख़ताये
बक्ष देना तू सबकी ख़ताये
संग असुवक को जिस वक़्त झूमे
अपने शान ए करिमे दिखादे
हर मुसलमान को हाजि बना दे
या खुदा सोई किस्मत जगा दे
हर मुसलमान को हाजि बना दे
कर्दे कुछ ऐसी बंदा नवाज़ी
सब बने पंज वक्ता नवाज़ी
मर के पाए सहदत का दर्जा
मर के पाए सहदत का दर्जा
जिंदा रहकर के कहलाए नाज़ी
इफ्ज पूरण सबको करादे
हर मुसलमान को हाजि बना दे
या खुदा सोई किस्मत जगा दे
हर मुसलमान को हाजि बना दे
जिंदगी दर्द मे कट रही है
तेरी रहमत कहा बट रही है
धीरे धीरे कही बुझ ना जाए
धीरे धीरे कही बुझ ना जाए
रोशनी दिन ब दिन घाट रही है
शम ए ईमान की लौ बना दे
हर मुसलमान को हाजि बना दे
या खुदा सोई किस्मत जगा दे
हर मुसलमान को हाजि बना दे
आ रही है सदा आस्मा से
कोई बिच्छड़े ना इस करवा से
नही तो बदसात पहुचे महीना
नही तो बदसात पहुचे महीना
सब मिले मालिक ए दो जहांसे
अपने महबूब का घर दिखादे
हर मुसलमान को हाजि बना दे
या खुदा सोई किस्मत जगा दे
हर मुसलमान को हाजि बना दे
हर मुसलमान को हाजि बना दे
हर मुसलमान को हाजि बना दे