ये जो चिलमन है दुश्मन है हमारी
ओ ओ ये जो चिलमन है दुश्मन है हमारी
कितनी शर्मीली
ओ कितनी शर्मीली दुल्हन है हमारी
ये जो चिलमन है
दूसरा और कोई यहाँ क्यूँ रहे
दूसरा और कोई यहाँ क्यूँ रहे
हुस्न और इश्क़ के दरमियां क्यूँ रहे
दरमियां क्यूँ रहे
ये यहाँ क्यूँ रहे
हां जी हां क्यूँ रहे
ये जो आंचल है शिकवा है हमारा
क्यूँ छुपाता है चेहरा ये तुम्हारा
हाय ये जो चिलमन है
ओ ओ ओ आ आ आ
कैसे दीदार-ए-आशिक़ तुम्हारा करे
कैसे दीदार-ए-आशिक़ तुम्हारा करे
रूखे रोशन का कैसे नज़ारा करे
हां नज़ारा करे
हो इशारा करे
हां पुकारा करे
ये जो गेसू हैं बादल हैं क़सम से
कैसे बिखरे है गालों पे सनम के
ओ ओ ये जो चिलमन है
रुख से परदा ज़रा जो सरकने लगा
रुख से परदा ज़रा जो सरकने लगा
उफ़ ये कमबख्त दिल क्यों धड़कने लगा
ओ धड़कने लगा
हां भड़कने लगा
दम अटकने लगा
ये जो धड़कन है, दुश्मन है हमारी
कैसे दिल संभले, उलझन है हमारी
ओ ओ ये जो चिलमन है दुश्मन है हमारी