आ आ आ ओ ओ ओ ओ
मेहरबां लिखूँ
हसीना लिखूँ
या दिलरुबा लिखूँ
हैरान हूँ के आपको
इस खत में क्या लिखूँ
ये मेरा प्रेम पत्र पढ़कर
के तुम नाराज़ ना होना
के तुम मेरी ज़िन्दगी हो
के तुम मेरी बंदगी हो
ये मेरा प्रेम पत्र पढ़कर
के तुम नाराज़ ना होना
के तुम मेरी ज़िन्दगी हो
के तुम मेरी बंदगी हो
तुझे मैं चाँद कहता था
मगर उसमें भी दाग है
तुझे मैं चाँद कहता था
मगर उसमें भी दाग है
तुझे सूरज मैं कहता था
मगर उसमें भी आग है
तुझे इतना ही कहता हूँ
के मुझको तुमसे प्यार है
तुमसे प्यार है
तुमसे प्यार है
ये मेरा प्रेम पत्र पढ़कर
के तुम नाराज़ ना होना
के तुम मेरी ज़िन्दगी हो
के तुम मेरी बंदगी हो
तुझे गंगा मैं समझूँगा
तुझे जमुना मैं समझूँगा
तुझे गंगा मैं समझूँगा
तुझे जमुना मैं समझूँगा
तू दिल के पास है इतनी
तुझे अपना मैं समझूँगा
अगर मर जाऊँ रूह
भटकेगी तेरे इंतजार में
इंतजार में इंतजार में
ये मेरा प्रेम पत्र पढ़कर
के तुम नाराज़ ना होना
के तुम मेरी ज़िन्दगी हो
के तुम मेरी बंदगी हो
ये मेरा प्रेम पत्र पढ़कर
के तुम नाराज़ ना होना
के तुम मेरी ज़िन्दगी हो
के तुम मेरी बंदगी हो