तुम आज मेरे संग हँस लो
तुम आज मेरे संग गा लो
तुम आज मेरे संग हँस लो
तुम आज मेरे संग गा लो
और हँसते गाते इस जीवन
की उलझी राह संवारो
तुम आज मेरे संग हँस लो
तुम आज मेरे संग गा लो
और हँसते गाते इस जीवन
की उलझी राह संवारो
तुम आज मेरे संग हँस लो
तुम आज मेरे संग गा लो
तू तू तू मूह मूह मूह मूह
शाम का सूरज बिंदिया
बन कर सागर में खो जाए
शाम का सूरज बिंदिया
बन कर सागर में खो जाए
सुबह सवेरे वो ही
सूरज आशा लेकर आये
सुबह सवेरे वो ही
सूरज आशा लेकर आये
नयी उमंगे नयी तरंगें
आस की ज्योत जलाये रे
आस की ज्योत जलाये
तुम आज मेरे संग हंस लो
तुम आज मेरे संग गा लो
तुम आज मेरे संग हँस लो
तुम आज मेरे संग गा लो
और हँसते गाते इस जीवन
की उलझी राह संवारो
तुम आज मेरे संग हँस लो
तुम आज मेरे संग गा लो
दुःख में जो गाये मल्हारें
वो इंसान कहलाये
दुःख में जो गाये मल्हारें
वो इंसान कहलाये
जैसे बंसी के सीने में
छेद है फिर भी गाये
जैसे बंसी के सीने में
छेद है फिर भी गाये
गाते गाते रोये मयूरा
फिर भी नाच दिखाए रे
फिर भी नाच दिखाए
तुम आज मेरे संग हंस लो
तुम आज मेरे संग गा लो
और हँसते गाते इस जीवन
की उलझी राह संवारो
तुम आज मेरे संग हँस लो
तुम आज मेरे संग गा लो