हर बहाना क्यूँ है तू
ख्वाब तेरे है बेक़ाबू
ऐसी है मेरी ज़िंदगानी
जी ले इससे ज़रा तू तो
आजा मेरे पास
आके तू जान ले
तेरे जज़्बात
गैर है या मेरे?
कैसा यह खुमार?
जग है गवा
तेरे मेरे बीच
कुछ तो है बात
आजा मेरे पास
आके तू जान ले
तेरे जज़्बात
गैर है या मेरे
कैसा यह खुमार
जग है गवा
तेरे मेरे बीच
कुछ तो है बात
घूमा है सारा जहाँ
पर तेरे बिना बेकार है
कुछ पल बीत गये
बाकी तेरे नाम है
तेरे वश में क्यूँ
धुंधला सा घूमू
फिर दो पल में
तुझे सामने ही देखु
क्यूँ
मैं तुझसे रूबरू
सारे कल जीयू
मरू खो डून
यह एहसास
आजा मेरे पास
आके तू जान ले
तेरे जज़्बात
गैर है या मेरे
कैसा यह खुमार
जग है गवा
तेरे मेरे बीच
कुछ तो है बात