ओ उ उ उ ओ उ उ उ
ओ उ उ उ ओ उ उ उ
बस यूँ ही ज़िंदगी
चल रही थी मेरी
तेरे बिन घूम कही
बस यूँ हर खुशी हैरान हुई थी तभी जब तूने कह दी
वो अनकही
हन वो हलचल थी नयी
क मई ज़िंदा हूँ या न्ही
वो हलचल थी नयी क मई ज़िंदा
हूँ या न्ही
ओ उ उ उ ओ उ उ उ
ओ उ उ उ ओ उ उ उ
कहते हो सब्से क चाह क्र भी
ना लौट पाओगे
लौट आओ मेरी जान हो तुम
कितना सटाओगे
कहते हो सब्से क चाह क्र भी
ना लौट पाओगे
लौट आओ मेरी जान हो तुम
जब कही थी तूने वो बात
वो एआहसास आज भी होता है एआहसास
हन वो हलचल थी नयी क मई ज़िंदा हूँ या न्ही
वो हलचल थी नयी क मई ज़िंदा हूँ या न्ही
ओ उ उ उ ओ उ उ उ
ओ उ उ उ ओ उ उ उ