श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेवा
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेवा
पितु मात स्वामी सखा हमारे
पितु मात स्वामी सखा हमारे
हे नाथ नारायण वासुदेवा
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी (आ आ आ)
हे नाथ नारायण वासुदेवा (आ आ आ)
बंदी गृह के, तुम अवतारी
कही जन्मे, कही पले मुरारी
किसी के जाये, किसी के कहाये
है अद्भुद, हर बात तिहारी