परेशान रात सारी है सितारो तुम तो सो जाओ
परेशान रात सारी है सितारो तुम तो सो जाओ
सुक़ूत-ए-मर्ग ता'री है, सितारो तुम तो सो जाओ
परेशान रात सारी है
हमें तो आज की शब पौ फटे तक जगना होगा
फटे तक जागना होगा
यही क़िस्मात हमारी है, सितारो तुम तो सो जाओ
परेशान रात सारी है
तुम्हें क्या हम अगर लूटे गये राह-ए-मुहब्बत मैं
राह-ए-मुहब्बत मैं
ये बाज़ी हमने हारी है, सितारो तुम तो सो जाओ
परेशान रात सारी है
हमें भी नींद आ जायेगी हम भी सो ही जायेंगे
हम भी सो ही जायेंगे
अभी कुछ बेक़रारी है, सितारो तुम तो सो जाओ
परेशान रात सारी है सितारो तुम तो सो जाओ
परेशान रात सारी है