[ Featuring Shraddha Pandit, Salman Ali ]
दिल इजाज़त मांग के
इश्क नहीं करता
बर्बादी का तमाशा देखना
इसकी पुरानी आदत है
आ आ आ आ
ए काश पहले तुझे थोड़ा तो समझा होता
तेरे हर इरादे को भी पहले से परखा होता
तेरी बेवफाई पे फिर
यूं ना तड़प के रोता
ए काश पहले तुझे थोड़ा तो समझा होता
आ आ आ आ
मौसम की तरह ही
बदलोगी ऐसे तुम
एक पल भी सोचा नहीं था
हो आंखों में तेरी क्यों
मैंने पढ़ा नहीं
क्या था गलत क्या सही था
इस तरह टूटा हूं मैं
के मुश्किल है सिमटना
तेरे इश्क में ना होते तो कितना बेहतर होता
मुझको खुदा ने बक्शा कोई ऐसा रहबर होता
तेरी बेवफाई पे फिर
यूं ना तड़प के रोता
ए काश पहले तुझे थोड़ा तो समझा होता
ज़िंदगी कट तो जाएगी तेरे बिन (आ आ)
लेकिन एहसास महोब्बत (आ आ)
तो इस दिल के साथ ही दफ़न होंगे मेरी जां (आ आ)
इस दिल के साथ ही दफ़न होंगे (आ आ)