तू तो मोहन बड़ा दीवाना है चित का चैन चुरावे से
तू तो मोहन बड़ा दीवाना है चित का चैन चुरावे से
वृन्दावन में गऊ चराता गोपियों संग रास रचाता
वृन्दावन में गऊ चराता गोपियों संग रास रचाता
मुरली का बजे तराना है जो दिल के तार हिलावे से
तू तो मोहन बड़ा दीवाना है चित का चैन चुरावे से
जब गोपी जमुना में नावें उनके सारे चीर चुरावे
जब गोपी जमुना में नावें उनके सारे चीर चुरावे
नहीं रहता जग से छाना है नित उत्पात मचावे से
तू तो मोहन बड़ा दीवाना है चित का चैन चुरावे से
ग्वाल बाल संग रहते सारे मन सुख लागे सब से प्यारे
ग्वाल बाल संग रहते सारे मन सुख लागे सब से प्यारे
राधा ने भी दिल से माना है तू सब के मन को भावे से
तू तो मोहन बड़ा दीवाना है चित का चैन चुरावे से
संजय बन गया तेरा पुजारी कथा लिखे वो सबसे से प्यारी
संजय बन गया तेरा पुजारी कथा लिखे वो सबसे से प्यारी
जांगिड़ का साँझ सुहाना है वो भजन रात दिन गावे से
तू तो मोहन बड़ा दीवाना है चित का चैन चुरावे से