Back to Top

Anjaani 2015 Video (MV)




Performed By: Sudeep
Length: 3:16
Written by: Pratyush Prakash




Sudeep - Anjaani 2015 Lyrics
Official




तू आगाज़ है रात की
या सुबह की तू है रौशनी

आँखों में था चेहरा तेरा
जाने न कब से बसा
दिल को करे क्यों गुमराह
ये क्या साज़िशें हैं भला
तू आगाज़ है रात की
या सुबह की तू है रौशनी
शामो सी क्यूँ है बता
तू आधी अधूरी रही
ओ अन्जानी ई ई ई ओ अन्जानी ई ई ई वो वो वो वो

वो वो वो वो

ये कैसा नशा है मुझपे खुदा
क्यों तू ही दिखे हर जगह
फिर खुद से जुड़ा एक अरसा हुआ
खुदी में न मेरे निशान
तू आगाज़ है रात की
या सुबह की तू है रौशनी
शामो सी क्यूँ है बता
तू आधी अधूरी रही
ओ अन्जानी ई ई ई ओ अन्जानी ई ई ई
ओ अन्जानी

आँखों में था चेहरा तेरा
जाने न कब से बसा
दिल को करे क्यों गुमराह
ये क्या साज़िशें हैं भला
तू आगाज़ है रात की
सुबह की तू है रौशनी
शामो सी क्यूँ है बता
तू आधी अधूरी रही
ओ अन्जानी ई ई ई ओ अन्जानी ई ई ई
ओ अन्जानी
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




तू आगाज़ है रात की
या सुबह की तू है रौशनी

आँखों में था चेहरा तेरा
जाने न कब से बसा
दिल को करे क्यों गुमराह
ये क्या साज़िशें हैं भला
तू आगाज़ है रात की
या सुबह की तू है रौशनी
शामो सी क्यूँ है बता
तू आधी अधूरी रही
ओ अन्जानी ई ई ई ओ अन्जानी ई ई ई वो वो वो वो

वो वो वो वो

ये कैसा नशा है मुझपे खुदा
क्यों तू ही दिखे हर जगह
फिर खुद से जुड़ा एक अरसा हुआ
खुदी में न मेरे निशान
तू आगाज़ है रात की
या सुबह की तू है रौशनी
शामो सी क्यूँ है बता
तू आधी अधूरी रही
ओ अन्जानी ई ई ई ओ अन्जानी ई ई ई
ओ अन्जानी

आँखों में था चेहरा तेरा
जाने न कब से बसा
दिल को करे क्यों गुमराह
ये क्या साज़िशें हैं भला
तू आगाज़ है रात की
सुबह की तू है रौशनी
शामो सी क्यूँ है बता
तू आधी अधूरी रही
ओ अन्जानी ई ई ई ओ अन्जानी ई ई ई
ओ अन्जानी
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Pratyush Prakash
Copyright: Lyrics © Raleigh Music Publishing LLC

Back to: Sudeep

Tags:
No tags yet