मुझमे तुझको मिला था जो सुकून
ले गयी क्यों मुझसे चेहरे का नूर
मुझमे तुझको मिला था जो सुकून
ले गयी क्यों मुझसे चेहरे का नूर
छोटी तस्वीर तेरी इसे कहाँ मैं रखूँ
छिना तूने मुझसे क्यों मेरा सुकून
काश ये होता नही होता अलग
काश मैं खोता नहीं तेरी धड़क
पास तू मेरे तो क्या सही गलत
ख़ास तू मेरी मेरी थी जब
काश ये होता नही होता अलग
काश मैं खोता नहीं तेरी धड़क
तास के पत्तों से बिखरे बिखरे हम
जुड़ ना सके मुड़ ना सके
मुझमे तुझको मिला था जो सुकून
ले गयी क्यों मुझसे चेहरे का नूर
छोटी तस्वीर तेरी इसे कहाँ मैं रखूँ
छिना तूने मुझसे क्यों मेरा सुकून
काँच के टुकड़ो का ना पता मे क्या करू
है मेरा नसीब या हे मेरा गुरूर
खुद की आखो मे कितना गिरु म इश्स दिल ही हू नाराज़ ना तेरा कसूर
मुझमे तुझको मिला था जो सुकून
ले गयी क्यों मुझसे चेहरे का नूर
छोटी तस्वीर तेरी इसे कहाँ मैं रखूँ
छिना तूने मुझसे क्यों मेरा सुकून
सोचा ना था पहले कभी
की मेरा वजूद था तेरी वजह
सोचा ना था पहले कभी
इक भी दफ़ा
की मुझमे तुझको मिला था जो सुकून
ले गयी क्यों मुझसे चेहरे का नूर
मुझमे तुझको मिला था जो सुकून
ले गयी क्यों मुझसे चेहरे का नूर
छोटी तस्वीर तेरी इसे कहाँ मैं रखूँ
छिना तूने मुझसे क्यों मेरा सुकून