ज़िन्दगी देने वाले सुन
तेरी दुनिया से दिल भर गया
मैं यहाँ जीते-जी मर गया
ज़िन्दगी देने वाले सुन
तेरी दुनिया से दिल भर गया
मैं यहाँ जीते-जी मर गया
ज़िन्दगी देने वाले सुन
रात कटती नहीं, दिन गुज़रता नहीं
ज़ख़्म ऐसा दिया है के भरता नहीं
आँख वीरान है, दिल परेशान है
ग़म का सामान है
जैसे जादू कोई कर गया
ज़िन्दगी देने वाले सुन
बेख़ता तूने मुझसे ख़ुशी छीन ली
ज़िंदा रखा, मगर ज़िन्दगी छीन ली
कर दिया दिल का ख़ूँ, चुप कहाँ तक रहूँ
साफ़ क्यूँ न कहूँ
तू ख़ुशी से मेरी डर गया
ज़िन्दगी देने वाले सुन
तेरी दुनिया से दिल भर गया
मैं यहाँ जीते-जी मर गया
ज़िन्दगी देने वाले सुन