[ Featuring Dr.Aparajita ]
ऐसे तो न देखो, के हमको नशा हो जाये
ऐसे तो न देखो
खूबसूरत सी कोई हमसे खता हो जाये
खूबसूरत सी कोई हमसे खता हो जाये
ऐसे तो न देखो
तुम हमें रोको फिर भी हम न रुकें
तुम कहो काफिर फिर भी ऐसे झुकें
कदम-ए-नाज़ पे इक सजदा अदा हो जाये
ऐसे तो न देखो, के हमको नशा हो जाये
खूबसूरत सी कोई हमसे खता हो जाये
ऐसे तो न देखो
यूं न हो आँखें रहें काजल घोलें
बढ़ के बेखुदी हंसी गेसू खोलें
खुल के फिर जुल्फें सियाह काली बला हो जाए
ऐसे तो न देखो, के हमको नशा हो जाये
खूबसूरत सी कोई हमसे खता हो जाये
ऐसे तो न देखो
हम तो मस्ती में जाने क्या क्या कहें
लब-ए-नाज़ुक से ऐसा न हो तुम्हें
बेक़रारी का गिला हम से सिवा हो जाये
ऐसे तो न देखो, के हमको नशा हो जाये
खूबसूरत सी कोई हमसे खता हो जाये
ऐसे तो न देखो