हा हा
हम्म्म्म
तर त तुम
बात ये नयी नयी सी थोड़ी सी पुरानी है
थोड़ी सी हँसी थोड़ी सी उदासी है
आस्मा में दुपकियाँ लगा रहा था कल तक जो
नशे में डूबे देवदास की कहानी है
वो आई मेरी ज़िंदगी में हूर की पारी के जैसे
मैं हो गया दीवाना थे रोमीयो के जैसे
जहाँ वो बोली
वहाँ घुमाया
महेंगे महेंगे होटलों में भी खिलाया
जहाँ वो बोली
वहाँ घुमाया
महेंगे महेंगे
होटलों में भी खिलाया
फिर एक दिन अचानक
क्या हुआ नज़ाने
वो चार कश लगाके
लगी बड़बड़ाने बोली
Sorry भाई
Sorry भाई
तेरे में नहीं वो बात है
Sorry भाई
मेरी ऊँची थोड़ी class है
Sorry भाई (Sorry भाई)
तेरी दोनों जेबें खोखली
Sorry भाई (Sorry भाई)
मेरी choice अब है दूसरी
Sorry भाई (Sorry भाई)
तेरे में नहीं वो बात है
Sorry भाई (Sorry भाई)
मेरी ऊँची थोड़ी class है
Sorry भाई (Sorry भाई)
तेरी दोनों जेबें खोखली
Sorry भाई (Sorry भाई)
Sorry भाई
अभी भी याद हैं मुझे वो सारी रातें
वो सो ना पाई थी जो मैं नहीं किनारे
वो साथ ज़िंदगी बिताने के वादे
उसने मेरे साथ क्यूँ किए नज़ाने
कहती थी मुझसे
दिल में है उसके
इतनी मोहब्बत
चाँद से ज़ामी ज़मी से चाँद के बराबर
चाँद से ज़ामी ज़मी से चाँद के बराबर
चाँद से ज़ामी ज़मी से चाँद के बराबर
चाँद से ज़मी ज़मी से चाँद
मैं बड़ा खिलाड़ी
खुद को सोचता था
सामने से गाड़ी वाला उसको
ले गया उठाके बोली
Sorry भाई
Sorry भाई (Sorry भाई)
तेरे में नहीं वो बात है
Sorry भाई (Sorry भाई)
तेरी height थोड़ी short है
Sorry भाई (Sorry भाई)
मुझको चाहिए वो साथी
Sorry भाई (Sorry भाई)
जिसके हाथ में bullet की चाबी
Sorry भाई (Sorry भाई)
तेरे में नहीं वो बात है
Sorry भाई (Sorry भाई)
मेरी ऊँची थोड़ी class है
Sorry भाई (Sorry भाई)
तेरी दोनों जेबें खोखली
Sorry भाई (Sorry भाई)
Sorry भाई