देखू ज़रा मेरे पास मे रखा कुछ ख़ास है क्या
ज़रूरी है क्या और बहोत हुआ का एहसास है क्या
लग रहा है काफ़ी कहानियाँ हैं
उसको नही लगता पर ऐसा
क्या है वो जो बाकी रहा है
के दिल मे बसी जो
वो फिर नई कहानियाँ लिख जाए
वो दूर से कह देती है यह मैं तेरे साथ हूँ तो
फिर कुछ कमी तेरे पास है क्या
तेरे पास है क्या
खुश नही है खाली काग़ज़ यह
मुझे पर नही लगता कुछ ऐसा
लग रहा है काफ़ी कहानियाँ हैं
पर दिल मे बसी जो
फिर नई कहानियाँ लिख जाए
के दिल मे बसी जो
फिर नई कहानियाँ लिख जाए
ह्म-म ह्म-ह्म