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Pal [Jhankar Beats] Video (MV)






DJ HARSHIT SHAH - Pal [Jhankar Beats] Lyrics
Official





हम्म्म्म पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
मिलके जुदा हो ना पायेगा दिल
दिल को मैं समझ पाऊं ना
हम्म ख्वाहिश है इतनी सी यार
देर तक रुकना अबकी बार
प्यार के लम्हे हों हज़ार
उन्ही में सदियाँ जी लूँगा मैं
ओह पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
मिलके जुदा हो ना पायेगा दिल
दिल को मैं समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना

मटमैले पानियों में अक्स तेरा दिखता है
बारिश की बूंदा बुंदी में पन्ने धुंधले लिखता है
जो होना है हो जाने दो तारों को सो जाने दो
साँसों को खो जाने दो ना
अब तेरे बिन मेरा
ज़िक्र ही गुम जाएगा
इस पल को कास के थाम लूँ हथेली से फिर निकल जाए ना
ओह पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
मिलके जुदा हो ना पायेगा दिल
दिल को मैं समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना

च्छुपता सूरज या बादल
मनचला होने पागल
तुझको पुकारे हर पल या

पत्तों पे बूंदे जैसे
सुबहा को ढूँढे जैसे
ढूंढू हर पल मैं तुझको यार

अब खुदा मिले ना मिले
ख़ुदाया तुझको माना है
इश्क़ के आयेज है झुका
आज ये पल भी दीवाना है

ओह... पल कैसा पल
पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पऔन ना
मिलके जुड़ा हो ना पाएगा दिल
दिल को मैं समझ पऔन ना

समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
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हम्म्म्म पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
मिलके जुदा हो ना पायेगा दिल
दिल को मैं समझ पाऊं ना
हम्म ख्वाहिश है इतनी सी यार
देर तक रुकना अबकी बार
प्यार के लम्हे हों हज़ार
उन्ही में सदियाँ जी लूँगा मैं
ओह पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
मिलके जुदा हो ना पायेगा दिल
दिल को मैं समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना

मटमैले पानियों में अक्स तेरा दिखता है
बारिश की बूंदा बुंदी में पन्ने धुंधले लिखता है
जो होना है हो जाने दो तारों को सो जाने दो
साँसों को खो जाने दो ना
अब तेरे बिन मेरा
ज़िक्र ही गुम जाएगा
इस पल को कास के थाम लूँ हथेली से फिर निकल जाए ना
ओह पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
मिलके जुदा हो ना पायेगा दिल
दिल को मैं समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना

च्छुपता सूरज या बादल
मनचला होने पागल
तुझको पुकारे हर पल या

पत्तों पे बूंदे जैसे
सुबहा को ढूँढे जैसे
ढूंढू हर पल मैं तुझको यार

अब खुदा मिले ना मिले
ख़ुदाया तुझको माना है
इश्क़ के आयेज है झुका
आज ये पल भी दीवाना है

ओह... पल कैसा पल
पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पऔन ना
मिलके जुड़ा हो ना पाएगा दिल
दिल को मैं समझ पऔन ना

समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
[ Correct these Lyrics ]
Writer: JAVD KHAN, KUNAAL VERMAA, MOHSIN SHAIKH, PRASHANT INGOLE
Copyright: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC


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